कालेज कोड – 0448

स्नातक विज्ञान संकाय (गणित/बायो0)

रसायन विज्ञान‚ भौतिक विज्ञान‚ वनस्पति विज्ञान‚गणित व प्राणी विज्ञान
कालेज कोड – 0488

स्नातकोत्तर कला संकाय

गृहविज्ञान (चाइल्ड डेवलपमेंट) ‚ भूगोल‚ समाजशास्त्र‚ मध्यकालीन इतिहास
कालेज कोड – SP2924

BACHELOR OF EDUCATION (B.Ed.)

BACHELOR OF EDUCATION (B.Ed.)
कालेज कोड – 450139

D.El.Ed. (B.T.C.)

Diploma in Elementary Education (D.El.Ed.)
अध्ययन केन्द्र कोड – S-1071

स्नातक ⁄ स्नातकोत्तर

(उ0प्र0 राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज)

हिन्दी‚ संस्कृत‚ इतिहास‚ राजनीति शास्त्र‚ समाजशास्त्र‚ बी0टी0एस0 एवं योगा

महाविद्‍यालय परिचय

महाविद्‍यलय परिचय……

जनपद गाजीपुर गुख्यालय से 16 किमी0 पश्‍चिम (भुतहिया टॉड–हंसराजपुर मार्ग पर हंसराजपुर से 3 किमी दक्षिण) एवं गाजीपुर – वाराणसी राष्‍ट्रीय राजमार्ग 31 पर स्‍थित फतेउल्‍लाहपुर (फैक्ट्री) से हरिहरपुर मार्ग (कालीधाम मन्दिर)   उत्‍तर दिशा में 10 किमी पर अवस्‍थित जनपद गाजीपुर (उ0प्र0) में महाविद्‍यालय स्‍थापित है। इस महाविद्‍यालय की स्‍थापना 11 जुलाई 2003 को मा0 सुश्री मायावती जी‚मुख्यमंत्री उ0प्र0 शासन के कर–कमलों द्धारा शिलान्‍यास किया गया एवं महाविद्‍यालय की मान्‍यता मा0 सुश्री मायावती जी की असीम अनुकम्‍पा से मुख्यमंत्री विशेषाधिकार द्धारा प्राप्‍त हुआ है । यह महाविद्‍यालय डी0एल0एड0 (बी0टी0सी0) राज्‍य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उ0प्र0 ⁄  परीक्षा नियामक प्राधिकारी उ0प्र0 प्रयागराज से सम्‍बद्ध है एवं स्‍नातक ⁄  स्नातकोत्तर व शिक्षा संकाय बी0एड0 वीर बहादुर सिंह पूर्वान्‍चल विश्वविद्‍यालय जौनपुर से सम्‍बद्ध है।

यह महाविद्‍यालय Approved by : N.C.T.E. and Affiliated to S.C.E.R.T. & Veer Bahadur Singh Purvanchal University, Jaunpur Recognition of College Under Section 2(f) & 12 (B) of the UGC Act, 1956. राज्य सरकार के अध्यादेश नियम–उपनियम के अनुसार पाठ्यक्रमो के अन्तर्गत संचालित एवं सम्पन्न होता है।

 

चेयरमैन की कलम से……

               प्रिय छात्र / छात्राओं एवं उच्‍च शिक्षा/प्रशिक्षण के प्रति रूचि रखने वाले महानुभावों आप स्‍वयं एवं आपके पाल्‍य उच्‍च शिक्षा ग्रहण करने में रूचि रखते है और वह भी हमारे संस्‍थान में आने के इच्‍छुक है । यह जानकर मुझे अत्‍यन्‍त प्रसन्‍नता की अनुभूति हो रही है, वास्‍वत में ऐसा इस लिए हो रहा है कि उच्‍च शिक्षा/प्रशिक्षण के क्षेत्र में यह संस्‍थान अपनी साख को कायम रखने एवं बढाने में सफल रहा है। हमारी उन सभी छात्र / छात्राओं को शुभकामना है‚ जो हमारे महाविद्‍यालय में एक पवित्र उदृदेश्य लेकर अध्ययन के लिए आते है और उसमें वे पूर्णतया सफल होते है। हमारे महाविद्‍यालय में प्रवेश का निर्णय लेकर आपने बिलकुल सही कार्य किया है क्‍योकि हमारे महाविद्‍यालय में प्रशिक्षित  विशेषज्ञ उपलब्‍ध हैं । महाविद्‍यलय का परिसर आपकों उच्च शिक्षा ⁄  प्रशिक्षण ग्रहण करने का अनुकूल ⁄  शुद्ध वातावरण प्रदान करेगा। हमारा महाविद्‍यालय बहुत ही तीब्र गति से विकास के पथ पर अग्रसर है। इसलिए मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप एक ऐसे महाविद्‍यलय में प्रेवेश लेने जा रहे हैं जिसमें उच्चतर शिक्षा ⁄ प्रशिक्षण  एवं आप कें उज्ज्वल भविष्य की अनेक सम्भवनाए हैं। 

अतः मै इस प्रांगण में आपका स्वागत करता हूॅ और आपके प्रति शुभकामनायें व्यक्त करता हूॅ।

डॉ0 सत्‍येन्‍द्र कुमार

(चेयरमैन)

एम०ए०‚ बी०एड०‚ बी०पी०एड०‚ बी०टी०सी०‚ (सी०टी०ई०टी०)

एम०फिल०‚ पी०एच०डी०

छात्रवृत्ति ⁄ शुल्क प्रतिपूर्ति

राज्य सरकार द्धारा प्रदत्त शासनादेश  निर्धारित आय सीमा के अन्तर्गत आने वाले अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति ,पिछड़ी जाति एवं सामान्य जाति के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति ⁄ शुल्क प्रतिपूर्ति  प्रदान किया जाता है।

पर्यटन

वीर बहादु सिंह पूर्वान्‍चल विश्वविद्‍यालय जौनपुर के पाठ्यक्रमनुसार बी0ए0,बी0एस0सी0, एम0ए0  एवं बी0एड0 छात्र/छात्राओं को अनिवार्य रूप से पर्यटन में भाग लेना होगा।

प्रयोगशाला

महाविद्‍यालय में स्नातक ⁄ स्नातकोत्तर  प्रायोगिक  विषयों एवं  शिक्षा संकाय बी0एड0, डी0एल0एड0 (बी0टी0सी0) में आधुनिक उपकरणों से पूर्ण सुसज्‍जित प्रशेगशाला उपलब्ध  है।

क्रीडा विभाग

महाविद्‍यालय में फुटवाल‚बालीवाल‚हाकी‚कबड्डी‚खो खो‚क्रिकेट‚ बास्‍केटबाल आदि खेलों की समुचित व्‍यवस्‍था उलपब्ध है।

महाविद्यालय द्वारा प्रदत सुविधाए

1. महाविद्यालय के प्रत्येक विषय में मानक के अनुसार प्राध्यापक |
2. समुन्नत पुस्तकालय एवं वाचनालय की व्यवस्था | |
3. महाविद्यालय में पंखा एवं कम्प्यूटर के लिए जनरेटर की व्यवस्था |
4. सभी प्रयोगात्मक विषयो के लिए सुज्जित, संसाधनयुक्त प्रयोगशाला की उत्तम व्यवस्था |
5. विद्यार्थियों के सर्वागीण विकास के लिए खेलो का मैदान तथा इससे सम्बन्धित क्रीड़ा सामग्री उपलब्ध है |
6. छात्रो को भौतिक युग के अनुकूल सामर्थ्यवान बनाने हेतु महाविद्यालय में कम्प्यूटर शिक्षण की व्यवस्था की गई है |
7. विश्वविद्यालय मानक के अनुसार महाविद्यालय में प्रत्येक विद्यार्थी की 75% उपस्थिति अनिवार्य है | मानक अनुरूप उपस्थिति नहीं होने पर विद्यार्थी परीक्षा से वंचित किया जा सकता है |